वैज्ञानिकों की मानें तो बुरे सपने किसी भी अन्य सपने की तरह ही होते हैं। जो व्यक्ति के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। ये सपने उन सभी आशंकाओं को मन से दूर करने में मदद करते हैं जिन्हें व्यक्ति अपने दिल के भीतर किसी कोनें में दबाकर रखता है। इसके अलावा ऐसी बातें जिन पर व्यक्ति बात करने से भी बचता है। बावजूद इसके इस तरह के डरावने सपने तब चिंता का विषय बनने लगते हैं जब ये रोज-रोज आकर व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करने लगते हैं।
डरावना सपना देखना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जब यह बार-बार हो, दिनभर काम करने की क्षमता कम करे, दिमाग में उसकी यादें बनी रहें या व्यक्ति सोने से ही डरने लगे, तब इसे नाइटमेयर डिसऑर्डर माना जाता है. ऐसे लोगों में अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी, याददाश्त में कमी और बुरे सपनों का लगातार डर देखने को मिलता है. बच्चों में यह समस्या होने पर माता-पिता की नींद भी प्रभावित होती है.
रात में एंजायटी और स्ट्रेस की वजह से भी बुरे सपने आते हैं.
क्या आपको एहसास है बात अब ये ही खास है आपका दिल हमारे पास है हमारा दिल आपके पास है आपका दिल हमारे ... ये क्यूं आज रेशम सी है रोशनी ये क्या गीत सा इन हवाओं में है तुम्हें छू के रेशम हुई रोशनी मेरे दिल की धड़कन फ़िज़ाओं में है बहके बहके कई दिल में जज़्बात हैं जागी जागी कोई अनकही प्यास है आपका दिल हमारे .
अगर आप रात को भारी और तला-भुना खाना खाते हैं तो इसका सीधा असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है और दिल की धड़कन बढ़ने लगती है, जिससे बुरे सपने आने की संभावना बढ़ जाती है। जब शरीर को रात के समय भारी भोजन को पचाने में कठिनाई होती है, तो यह मानसिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है। इससे नींद में खलल पड़ता है और डरावने सपने आते हैं।
Your browser isn’t supported any longer. Update it to obtain the very best YouTube encounter and our newest features. Find out more
रोजाना आपको एक ही समय पर सोएं, here इससे आपको बुरे सपने परेशान नहीं करेंगे
प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक सिगमंड फ्रायड का सपने क्यों आते हैं इसे लेकर ऐसा मानना था कि सपने हमारे अवचेतन मन की एक खिड़की की तरह होते हैं और ये हमे उस व्यक्ति के बारे में बताते हैं, जैसे:
यह खौफ का ऐसा मंजर होता है, जिसमें आप अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छिपते हैं.
अगर आपको लगता है कि आपका बढ़ता हुआ तनाव आपके सपनों के साथ भी खिलवाड़ कर रहा है तो इसे कंट्रोल करने की कोशिश करें। इसके लिए अपनी सुबह की शुरुआत कसरत या मॉर्निंग वॉक से करें, दिन के समय आराम करने के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लें।
Properly, Probably the most beloved scenes till date continues to be Anupamaa’s ‘Aapko Kya?’ dialogue and enthusiasts are reliving the sequence which went on to achieve heights of fame and recognition.
बुरे सपने ज्यादातर आधी रात के समय आते हैं,इनका कोई फिक्स समय नहीं होता ये एक से ज्यादा बार भी आ सकते हैं
बुरे सपने कभी भी और किसी भी उम्र में सोने के बाद आ सकते हैं.
कई बार दिन भर नेगेटिव विचार या फिर कई व्यर्थ बातें सोचने की वजह से रात को ऐसा होता है,